भारत दर्शन: 2025 में घूमने लायक बेहतरीन जगहें

भारत के सबसे शानदार पर्यटन स्थल, जहाँ हर यात्री को एक बार ज़रूर जाना चाहिए

8/16/20251 मिनट पढ़ें

brown concrete arch under blue sky during daytime
brown concrete arch under blue sky during daytime

भारत विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर देश है। यहाँ पर्वतीय हिल स्टेशन हो या रेगिस्तान, ऐतिहासिक किले हो या प्राचीन मंदिर, हर जगह की अपनी खासियत है। नीचे संक्षिप्त रूप से भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों का उल्लेख किया गया है, प्रत्येक की ऐतिहासिक/सांस्कृतिक विशेषताएँ, सबसे अच्छा यात्रा समय, मुख्य दर्शनीय स्थल, स्थानीय भोजन और यात्रा सुविधाएँ समाहित करते हुए।

दिल्ली

दिल्ली भारत की राजधानी है, जहाँ ऐतिहासिक विरासत और आधुनिकता का अनूठा संगम देखने को मिलता है। मुगल कालीन लाल किला, कुतुब मीनार, हुमायूँ का मकबरा, अक्षरधाम जैसे स्मारक यहाँ की ऐतिहासिक धरोहर हैं। आधुनिक दिल्ली में इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन, लोटस टेंपल आदि प्रमुख आकर्षण हैं। दाल-बाटी-चूरमा नहीं पर, दिल्ली की खासियत है चांदनी चौक के देशी घी वाले पराठे, चाट-पकौड़ी और कबाब-मीट के स्वा

  • सर्वश्रेष्ठ समय: अक्टूबर से मार्च के बीच मौसम सुहावना रहता है, इसलिए सर्दियों में यात्रा उपयुक्त होती है।

  • दर्शनीय स्थल: लाल किला, कुतुब मीनार, हुमायूँ का मकबरा, इंडिया गेट, अक्षरधाम मंदिर, जामा मस्जिद, चाँदनी चौक आदि।

  • यात्रा एवं आवास: दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, साथ ही रेल और बस की भी अच्छी कनेक्टिविटी है। शहर में मेट्रो सुविधा से घूमना सुगम है। ठहरने के लिए लग्जरी होटल से लेकर बजट गेस्टहाउस और हेरिटेज होमस्टे उपलब्ध हैं।

आगरा

आगरा शहर ताजमहल के लिए विश्वप्रसिद्ध है, यह दिल्ली-जयपुर के ‘गोल्डन ट्राइंगल’ का हिस्सा है। यहाँ मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा बनवाया गया ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक है। आगरा किला व फ़तेहपुर सीकरी भी यहीं के प्रमुख इतिहासिक स्मारक हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: सर्दियों के महीने (अक्टूबर-मार्च) में आगरा का मौसम सुहाना होता है

  • दर्शनीय स्थल: ताजमहल, आगरा किला, इत्माद-उद-दौला का मकबरा, फ़तेहपुर सीकरी।

  • स्थानीय भोजन: आगरा के पेठे के साथ गर्मागर्म आलू-पूरी, कबाब, लोइयन की जूस चखने लायक हैं।

  • यात्रा एवं आवास: दिल्ली, जयपुर और लखनऊ से रेल मार्ग से आसानी से जुड़ा हुआ है। आगरा में कई प्रकार के होटल, गेस्टहाउस और बुटीक होमस्टे मिलते हैं। ट्रांसपोर्ट के लिए ऑटो और टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है।

जयपुर (राजस्थान)

जयपुर, राजस्थान की राजधानी, जिसे “गुलाबी नगर” कहा जाता है। महाराजा जयसिंह द्वितीय ने 1727 में इसे वेल्स के राजकुमार के स्वागत के लिए गुलाबी रंग से रंगा था। यहाँ हवा महल, आमेर किला, जल महल, जंतर-मंतर, सिटी पैलेस जैसे ऐतिहासिक स्थल हैं। चेट्टीनाड़ की कढ़ी-सब्जी, दाल-बात-चूरमा, घेवर और प्याज-तली कचौड़ी यहाँ के प्रसिद्ध व्यंजन हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: अक्टूबर से मार्च के बीच जयपुर का मौसम सुहाना रहता है।

  • दर्शनीय स्थल: आमेर किला, हवा महल, जंतर-मंतर वेधशाला, सिटी पैलेस, जल महल, अल्बर्ट हॉल संग्रहालय।

  • स्थानीय भोजन: दाल-बात-चूरमा, घेवर-मिक्स, प्याज़-भाजीरी का आनंद लें।

  • यात्रा एवं आवास: जयपुर एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन द्वारा देशभर से जुड़ा है। शहर में राजस्थानी शैली के हवेली होटल से लेकर लग्जरी रिसॉर्ट तक ठहरने की सुविधा है। स्थानीय परिवहन के लिए ऑटो, कैब और बसें उपलब्ध हैं।

वाराणसी (काशी)

वाराणसी, जिसे काशी भी कहते हैं, हिंदू धर्म का प्राचीनतम तीर्थस्थल है। यह गंगा नदी के तट पर बसा है और इसे आध्यात्मिक राजधानी भी कहा जाता है। काशी विश्वनाथ मंदिर (12 ज्योतिर्लिंगों में से एक) यहाँ का प्रमुख तीर्थस्थल है। दशाश्वमेध और मणिकर्णिका घाट पर प्रतिदिन होने वाली गंगा आरती अद्भुत अनुभव देती है।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: अक्टूबर से मार्च, जब मौसम ठंडा रहता है। गंगा आरती और घाटों का आनंद लेने के लिए यह उपयुक्त समय है।

  • दर्शनीय स्थल: काशी विश्वनाथ मंदिर, दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, मणिकर्णिका घाट, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय। पास ही स्थित सारनाथ (बुद्ध की प्रार्थना स्थल) भी देखें।

  • स्थानीय भोजन: बनारसी पान, गरम-गरम कचौड़ी-सब्जी, ताज़ा मलाईयो और ठंडाई का स्वाद लें वाराणसी की सड़क पर टमाटर चाट भी प्रसिद्ध है।

  • यात्रा एवं आवास: वाराणसी जलीयमूर्ति मार्ग (शिवगंगा हवाई अड्डे) से जुड़े हैं, मुख्य रेलवे स्टेशन BSH की सुविधा है। घाटों के पास कई घाटवर्ती गेस्टहाउस और धार्मिक आश्रम मिलते हैं।

मुंबई

मुंबई को “सपनों का शहर” कहा जाता है। यहां गेटवे ऑफ इंडिया, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, जुहू और मरीन ड्राइव के किनारे, हाजी अली दरगाह जैसे स्थल हैं। यह भारत की फिल्म और कला राजधानी भी है, जहाँ बॉलीवुड सिनेमाघरों, रेस्तराँ और समुद्र तट शामिल हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: नवंबर से मार्च की सुखद जलवायु में मुंबई घूमना सर्वोत्तम होता है।

  • दर्शनीय स्थल: गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव, छत्रपति टर्मिनस, हाजी अली दरगाह, जुहू-चौपाटी, एलीफैंटा गुफाएँ, फिल्म सिटी (गोरेगांव)।

  • स्थानीय भोजन: वड़ा-पाव, पाव-भाजी, भेलपुरी, चाट और मौसमी फ्रूट्स (गुलाबजामुन/स्लिम बिट्स) का लुत्फ़ उठाएँ।

  • यात्रा एवं आवास: मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। लोकल ट्रेन, मेट्रो, टैक्सियाँ आसानी से मिल जाती हैं। ठहरने के लिए किफायती होस्टल से लेकर बेस्ट बुटीक होटल्स तक विकल्प हैं।

गोवा

गोवा भारत का सबसे छोटा राज्य है और सुंदर समुद्र तटों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की हिप्पी संस्कृति और समुद्री जलवायु पर्यटकों को आकृष्ट करती है। उत्तरी गोवा के बागा, कैलांगुट, और दक्षिणी गोवा के पालोलेम, वागाटोर जैसे समुद्र तट पर जलक्रीड़ाएँ और पार्टियाँ होती हैं। नई साल का उत्सव और क्रिसमस यहाँ दुनिया भर में चर्चित हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: अक्टूबर से जनवरी के बीच गोवा की यात्रा सबसे अच्छी मानी जाती है। इस समय आनंददायक मौसम और त्योहारी माहौल रहता है।

  • दर्शनीय स्थल: उत्तर और दक्षिण गोवा के तट, बागा और पलोलेम बीच, अगुआडा और बेंगलूर किले, मंगेशी मंदिर, बॉम जीसस बेसिलिका (मंदिर), सुर्खपुरा चर्च एवं नाइट मार्केट (सैटरडे नाइट मार्केट)।

  • स्थानीय भोजन: गोवा का सी-फ़ूड प्रसिद्ध है – मसालेदार फिश करी, कोम्बड़ा (नारियल अचार), पोर्क विंदालू और सुरमई। यहां का फेनी और गोवा सॉम (खट्टा स्थानीय शराब) भी चखें।

  • यात्रा एवं आवास: गोवा में दसगांव (GOI) हवाई अड्डा है और श्रीगोवा, मदगांव में रेलवे स्टेशन हैं। परिवहन के लिए टैक्सी, ट्रैवल बस और बीच-फेरी सर्विस उपलब्ध हैं। अति-लक्जरी रिसॉर्ट्स से लेकर बीच-हाउसबोट व बजट आवास चुन सकते हैं।

केरल

केरल को “भगवान का अपना देश” कहा जाता है। यहाँ हरी-भरी चाय बगानें, पहाड़ी स्टेशन (मुन्नार), शांत बैकवाटर (अलप्पुझा से हाउसबोट यात्रा) और आयुर्वेद केंद्र हैं। मलाबार तट के समुद्र तट, कोचीन का फोर्ट कोचीन, कालीकट के चर्च और दक्षिणी तिरुवनंतपुरम का पद्मनाभस्वामी मंदिर पर्यटन के मुख्य आकर्षण हैं

  • सर्वश्रेष्ठ समय: अक्टूबर से फरवरी के बीच केरल की यात्रा हेतु उपयुक्त है, क्योंकि मानसून के बाद मौसम सुहावना रहता है

  • दर्शनीय स्थल: मुन्नार (चाय बगान), अलेप्पी की बैकवाटर (हाउसबोट राइड), थेक्कड़ी (परियार वाइल्डलाइफ), कोवळम/वैगलकेरी बीच, कोचीन (चर्च, चीनी मछली पकड़ने के जाल), कुमारकोम पक्षी अभयारण्य।

  • स्थानीय भोजन: केरल की पारंपरिक थाली ‘ओनम साद्या’ में नारियल की करी, एप्पम, पट्टि करेरी, कुट्टू तेलीस आदि शामिल होते हैं। स्थानीय मछली करी और नारियल से बने व्यंजन अत्यंत स्वादिष्ट होते हैं।

  • यात्रा एवं आवास: कोचीन (कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा) व थिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे से देश–विदेश कनेक्ट हैं। केरल में हाउसबोट के साथ साथ आयुर्वेद रिसॉर्ट्स, बैकवाटर लॉज, हिल स्टेशन लॉज उपलब्ध हैं।

लद्दाख (लेह-लद्दाख)

लद्दाख अपनी अनूठी प्राकृतिक सुंदरता और तिब्बती-बौद्ध सांस्कृतिक मिश्रण के लिए जाना जाता है। यह उच्च हिमालय की ऊँचाइयों पर स्थित है, जहाँ बर्फ-बंध पलास (खर्डुंगला), प्रचण्ड नीली पानी वाली पैंगोंग झील, और बर्फ से ढँके लेह के मठ-देवालय हरियाली के विपरीत दृश्य प्रस्तुत करते हैं

  • सर्वश्रेष्ठ समय: यहाँ घूमने का सर्वोत्तम समय जून से सितंबर है, जब सड़कें बर्फ़ रहित और मौसम अनुकूल होता है। (जैसे-जैसे शरद ऋतु आती है, अक्टूबर में दिन में भी ठंड बढ़ने लगती है।)

  • दर्शनीय स्थल: पैंगोंग त्सो झील, नमग्याल त्सो (नुब्रा) घाटी, करगिल (ऐतिहासिक स्थल), लेह पैलेस, शांति स्तूप, थिकसे, हेमिस, स्पितुक जैसे मठ। जांस्कर घाटी और चुंगु झील भी प्रसिद्ध हैं

  • स्थानीय भोजन: तिब्बती नूडल्स (मोमो), थुक्पा, मक्खन-चाय और आलू-भूक (भुखारा) यहाँ के लोकल व्यंजन हैं।

  • यात्रा एवं आवास: लद्दाख के लिए लेह (Kushok Bakula Rimpochee) हवाई अड्डा है। सड़क मार्ग से मनाली-लेह व श्रीनगर-लेह हाईवे द्वारा भी पहुँचा जा सकता है। परमिट आवश्यक है। ठहरने हेतु टेंटेड कैंप, होमस्टे और होटल उपलब्ध हैं।

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश उत्तरी भारत का प्रसिद्ध पहाड़ी क्षेत्र है। यहाँ की पर्वतीय वादियाँ, हिमालय की चोटियाँ और तिब्बती संस्कृति पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। मंतरू और धर्मशाला में बौद्ध मठ, मनाली-रोहतांग की ठंडी वादियाँ, शिमला काला चौक की आवाजाही, कुल्लू के सरोवर आदि प्रमुख आकर्षण हैं। ट्रैकिंग, स्कीइंग और पैरा-ग्लाइडिंग जैसी साहसिक गतिविधियाँ भी उपलब्ध हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: गर्मी (अप्रैल–जून) में हिमाचल के नज़ारे बेहद खूबसूरत होते हैं। बर्फबारी देखने के लिए दिसंबर में रोहतांग/शिमला जाएं।

  • दर्शनीय स्थल: शिमला, मनाली, कुल्लू-मनाली, धर्मशाला-मैक्लोडगंज, स्पीति घाटी, कसौली, कालका-शिमला रेलवे लाइन (यूनिस्को धरोहर)।

  • स्थानीय भोजन: सिदू, प्रभात (देशी घी से बना ब्रेड), केंगरी (सजव्य भोजन) और मुठिया प्रसिद्ध हैं।

  • यात्रा एवं आवास: हिमाचल में लुंगता, शिमला, कुल्लू आदि स्थानों पर हवाई अड्डे हैं। राज्य में बस और टैक्सी सर्विस विस्तृत है। पहाड़ी गेस्टहाउस से लेकर लक्जरी रिसॉर्ट तक अनेक विकल्प मिलेंगे।

उत्तराखंड

उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है क्योंकि यहाँ चारधाम (यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ) तीर्थ हैं। हिमालय की ऊँची चोटियों, हरे-भरे जंगलों और धार्मिक स्थलों का समन्वय उत्तराखंड को विशेष बनाता है। रुद्रप्रयाग, देवप्रयाग जैसे संगम स्थल, झीलों वाला नैनीताल, मसूरी की पहाड़ियाँ, और रुक्मणी की घाटियाँ यहाँ देखने को मिलेंगी।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: यहाँ ज्यादातर जगहों पर मार्च-जून और सितंबर-नवंबर अच्छा समय है (मॉनसून और भारी हिमपात से बचें)।

  • दर्शनीय स्थल: ऋषिकेश व हरिद्वार (यमुनोत्री, गंगा आरती), नैनीताल झील, मसूरी, चमोली (वैली ऑफ फ्लावर्स), कुम्भसागर, कर्णप्रयाग, पिथौरागढ़, राजाजी/कोरनेट राष्ट्रीय उद्यान

  • स्थानीय भोजन: आलू के गुटके, भट की दाल, बंगाली गर्म मसाला-कुकीज यहाँ के खास व्यंजन हैं। कुमाऊँ की रोटी-पॉली भी प्रसिद्ध है।

  • यात्रा एवं आवास: देहरादून (जॉली ग्रांट) हवाईअड्डा है। उत्तराखंड के कई हिस्से सड़क मार्ग से जुड़े हैं (दिल्ली-देहरादून राजमार्ग)। यहाँ घाटों पर साधु आश्रमों से लेकर पहाड़ी रेसॉर्ट व होमस्टे तक ठहरने की सुविधा है।

सिक्किम

सिक्किम भारत का छोटा राज्य है, जो कंचनजंघा पर्वत (तीसरी सबसे ऊँची चोटी) की गोद में बसा हुआ है। यह पूर्वोत्तर हिमालय का उत्कृष्ट टुकड़ा है, जहाँ बर्फीली चोटियाँ, घाटियाँ और रंग-बिरंगे मठ हैं। सर्दियों में यहाँ बर्फबारी होती है, गर्मियों में सुखद मौसम होता है। गंगटोक, भूटान सीमा के पास युमथांग (फ्लावर्स वैली) और त्सोमगो झील प्रमुख आकर्षण हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: सिक्किम में पूरे साल यात्रा की जा सकती है, क्योंकि यहां की जलवायु काफी सुहावनी रहती है। (सितंबर–नवंबर और मार्च–मई में मौसम विशेष रूप से साफ रहता है।)

  • दर्शनीय स्थल: गंगटोक, त्सोमगो झील, नाथू ला दर्रा (चीन बॉर्डर), युमथांग घाटी (फूलों की घाटी), लाचुंग व लाह्सुंग गाँव, पेमायंग्त्से मठ।

  • स्थानीय भोजन: ममोज, थुक्पा (नूडल सूप), आलू के आचार और स्थानीय चीज (छ्यांग) सिक्किम के व्यंजन हैं।

  • यात्रा एवं आवास: सिक्किम पहुँचने के लिए नजदीकी हवाईअड्डा बंगाल के बागडोगरा है, जहाँ से सड़क मार्ग से गंगटोक (लगभग 125 किमी) पहुँचा जाता है। गंगटोक, लाचुंग, गंगटोक में होटल व गेस्टहाउस मिलते हैं। कुछ क्षेत्रों के लिए विशेष परमिट की आवश्यकता होती है।

असम

असम उत्तर-पूर्व का प्रमुख राज्य है, जो अपने चाय के बागानों, ब्रह्मपुत्र नदी और समृद्ध वन्य जीवन के लिए जाना जाता है। यह देश का सबसे बड़ा चाय उत्पादक राज्य है। असम के नाम पर ही विदेशी पर्यटक चाय उद्यानों की सैर करना चाहते हैं। असम का काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान दो-तिहाई एक सींग वाले गैंडों की आबादी का घर है। यहाँ विश्व विरासत मानस राष्ट्रीय उद्यान, कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी का कामख्या ब्रिज और लोकनाथ मंदिर दर्शनीय स्थान हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: नवंबर से अप्रैल तक असम का मौसम ठंडा-ठंडा रहता है, इसलिए सर्दियों के समय यह यात्रा के लिए उपयुक्त है।

  • दर्शनीय स्थल: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (विश्व धरोहर स्थल), मानस अभयारण्य (बायोस्फीयर रिजर्व), कामाख्या मंदिर (गुवाहाटी), उमानंद मंदिर (माझुलिया द्वीप), तेजपुर के पुराने कालीन स्मारक।

  • स्थानीय भोजन: असम की मशहूर ‘पीठा’ मिठाई, विभिन्न प्रकार की ताज़ा नदी मछली (मास मामचार) और स्थानीय नाश्ता पोहा-पिठे (पीठागोठ) का आनंद लें।

  • यात्रा एवं आवास: असम में गुवाहाटी का लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। त्रिपुरा, बंगाल से ट्रेन मार्ग है। यहां वाइल्डलाइफ रिजॉर्ट और नदी के किनारे ढेरों रिसॉर्ट्स मिलते हैं।

राजस्थान (अन्य स्थल)

जयपुर के अलावा राजस्थान में जोधपुर (मेहरानगढ़, उम्मैद भवन), उदयपुर (पिछोला झील, सिटी पैलेस), जैसलमेर (नयनाभिराम सोनार किला) एवं पुष्कर (कमलाजी मेला) जैसे स्थल उल्लेखनीय हैं। रेगिस्तान वाले जोधपुर/बिकानेर की ऊँची रेत पर ऊँट सफारी और थार महोत्सव का अनुभव अनोखा है। राजस्थान का पारंपरिक भोजन दाल बाटी-चूरमा, गट्टे की सब्जी, लाल मांस और घेवर-मीठाई हैं। वर्षा ऋतु और गर्मी से बचने अक्टूबर–मार्च तक यात्रा करें। यहाँ हेरिटेज हवेली होटल और रेगिस्तानी रिसॉर्ट्स मिलते हैं।

तमिलनाडु

तमिलनाडु दक्षिण का सांस्कृतिक केंद्र है, प्राचीन मंदिरों और सौंदर्य से भरपूर पहाड़ों के लिए प्रसिद् मदुरै का मीनाक्षी मंदिर, तंजावुर का बृहदेश्वर मंदिर, महाबलीपुरम के शोर मंदिर और भगवान विष्णु का पद्मनाभस्वामी मंदिर (तिरुवनंतपुरम) प्रमुख हैं। यहाँ ऊटी और कोडाइकनाल के हिल-स्टेशन व कन्याकुमारी की अद्भुत सूर्यास्त से भी पर्यटक प्रभावित होते हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: अक्टूबर से मार्च तक का समय उत्तम है (गर्मी तेज होती है)।

  • दर्शनीय स्थल: मदुरै (मीनाक्षी मंदिर), तंजावुर (बृहदेश्वर), महाबलीपुरम, मद्रास (फोर्ट सेंट जॉर्ज, मार्ग मेंरी), ऊटी/कोडाइकनाल (पहाड़ी झरने), कन्याकुमारी (तीन सागरों का संगम)।

  • स्थानीय भोजन: डोसा, इडली, सांभर और तमिलनाडु की खास चिकन चेट्टीनाड करी प्रसिद्ध हैं। नारियल और चावल से बने व्यंजन सामान्य हैं।

  • यात्रा एवं आवास: चेन्नई और मदुरै हवाई अड्डे देश-विदेश से जुड़े हैं। राज्य में ट्रेनें एवं बसें सुविधाजनक हैं। यहाँ फ्रंटबीच रिसॉर्ट्स से लेकर पारंपरिक होमस्टे तक ठहरने की व्यवस्था है।

कर्नाटक

कर्नाटक में समृद्ध जैव विविधता के साथ-साथ प्राचीन इतिहास भी है। पश्चिमी घाट में कोडागु (कुर्ग) की कॉफी बगानें, दक्कन पठार पर ऐतिहासिक हम्पी के खंडहर, मैसूर का महाराजा पैलेस और बैंगलोर की आधुनिक शहर संस्कृति सभी देखने को मिलते हैं। तुंगभद्रा नदी किनारे हम्पी के पत्थर के मंदिर और शाहनजाफरनगर (बदलपूर) की रेतलाल तलाइयां दर्शनीय हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ समय: अक्टूबर से फरवरी के बीच का मौसम कर्नाटक यात्रा के लिए अच्छा होता है।

  • दर्शनीय स्थल: बैंगलोर (इस्कॉन मंदिर, लालीबाग), मैसूर पैलेस, हम्पी का विख्यात विट्ठल मंदिर, मन्नार और बादामी गुफा मंदिर, कुर्ग (कफ़लाडु), बेंडेरी सेलेक्टेड हेप्पी तट।

  • स्थानीय भोजन: बिसिबेले भात, मसाला डोसा, इडली, और मैसूर पाक आनंद लें। दक्षिण कर्नाटक में अंड्रा कड़ी-भात प्रचलित है।

  • यात्रा एवं आवास: बेंगलुरु का अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। मैसूर और मंगलोर हवाई कनेक्ट हैं। यहां जंगल रिजॉर्ट, चाय-कोफी प्लांटेशंस के लॉज, शहरों में होटल और रिसॉर्ट मिलते हैं।